पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय, कोकराझार (असम) में दिनांक 14 व 15 जुलाई 2025 को दो दिवसीय क्लस्टर स्तरीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी – 2025 का सफल आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में कुल 9 नवोदय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर विभिन्न सामाजिक, वैज्ञानिक एवं पर्यावरणीय विषयों पर अपनी रचनात्मकता और नवाचार प्रस्तुत किए। प्रदर्शनी का मूल्यांकन तीन अनुभवी निर्णायकों द्वारा किया गया: 1.डॉ. दीपज्योति देव 2. श्री बिशाल सरकार ३. डॉ. बी. एन. सिंह |
प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को कोडिंग के माध्यम से आकलित किया गया और चयन की पारदर्शिता सुनिश्चित की गई। विभिन्न विषयों में प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिनमें से कुल 14 छात्र-छात्राओं का चयन क्षेत्रीय स्तर की प्रदर्शनी – 2025 के लिए किया गया है, जो कि जवाहर नवोदय विद्यालय कछार में आयोजित की जाएगी। चयनित प्रतिभागियों की कुछ प्रमुख प्रविष्टियाँ इस प्रकार रहीं :- 1.खाद्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में राशिदुन नोबी (कोकराझार) और हमदानुर रहमान (धुबरी) ने प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त किया। 2. परिवहन एवं संचार में ऋषभ तनय (बारपेटा) और समुद्र कश्यप (बाक्सा) ने उल्लेखनीय मॉडल प्रस्तुत किए। 3. प्राकृतिक खेती श्रेणी में मालोनी बासुमतारी (कोकराझार) और आद्या श्रीवास्तव (उत्तर सिक्किम) ने रचनात्मक विचारों से सभी को प्रभावित किया। 4. गणितीय मॉडलिंग एवं संगणनात्मक सोच, कचरा प्रबंधन, आपदा प्रबंधन और संसाधन प्रबंधन जैसे विषयों में भी छात्रों ने गहन शोध और नवाचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री नुरुल आलम बरभुहिया ने चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि, “इन विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच और समाज के प्रति जागरूकता हमारे लिए गर्व का विषय है। यह प्रदर्शनी केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि भावी वैज्ञानिकों को दिशा देने वाला मंच है।” कार्यक्रम में निर्णायकों के अलावा विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे । आयोजन समिति में 1. श्री अरिंदम डे, पीजीटी भौतिकी 2. श्री विनोद कुमार, पीजीटी जीवविज्ञान 3.श्रीमती सुमिता बासुमतारी, पीजीटी रसायन विज्ञान 4. श्री अमल साउ, पीजीटी गणित 5. श्री ए. के. मिश्रा, टीजीटी विज्ञान 6. श्री रणवीर सिंह की सक्रिय भूमिका रही । यह आयोजन विद्यार्थियों में नवाचार, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को बढ़ावा देने की दिशा में एक सफल पहल रहा।


