“गंगा को गंदा नहीं, पवित्र बनाएँ।”
28 मई 2025, जब मैं हरिद्वार में हर की पौड़ी पर पहुँचा, तो मन श्रद्धा से भर उठा। गंगा मैया की निर्मल धारा को देखकर कुछ क्षणों के लिए आत्मा को शांति मिली। परंतु यह शांति ज़्यादा देर तक टिक नहीं सकी, क्योंकि कुछ ही पलों में मेरी नज़र घाट पर फैली गंदगी पर पड़ी … Read more